Hanumaddham Publications
Shri Chakra Charitam : श्रीचक्रचरितम्
Shri Chakra Charitam : श्रीचक्रचरितम्
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📘 श्रीचक्रचरितम् – एक विलक्षण आध्यात्मिक जीवन-चरित
✦ लेखक: डॉ. बालचन्द्रिका पाठक
✦ प्रकाशन: हनुमद्धाम, शुकतीर्थ
✦ भाषा: हिंदी (संस्कृतनिष्ठ साहित्यिक शैली)
✦ पृष्ठ संख्या: 524
✦ संस्करण: आश्विन कृष्ण एकादशी, संवत् 2065 (2008 ई.)
🔱 पुस्तक परिचय:
"श्रीचक्रचरितम्" एक अनुपम आध्यात्मिक ग्रंथ है, जो एक अद्भुत योगी, संत और तत्वदर्शी महापुरुष श्रीसुदर्शनसिंह 'चक्र' जी के रहस्यपूर्ण जीवन को उजागर करता है। यह केवल एक जीवनी नहीं, बल्कि अनुभवों, चमत्कारों और भक्ति-साधना की अविरल गाथा है, जो पाठक को प्रेम, वैराग्य और आत्मबोध की ओर ले जाती है।
🔍 इस ग्रंथ में आप पाएँगे:
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श्रीचक्रजी के अद्वितीय जीवन प्रसंग – बचपन की दिव्यता, अलौकिक पुकारें, शक्ति उपासना, एवं सन्यासपूर्ण जीवन।
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कृष्णानुराग और लीला-विलास की अनुभूतियाँ – जिसमें वे स्वयं श्रीकृष्ण के सखा बनकर जीते रहे।
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रहस्यमयी चमत्कारों का उल्लेख – जैसे पशु-प्रेम से गायों का रक्षण, दिव्य अनुभव, संतों के साथ संवाद।
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योग-साधना एवं सनातन धर्म की भाव-गंगा – स्वामी अखण्डानंद सरस्वती जी जैसे दिव्य संतों के संस्मरणों के साथ।
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‘चक्र’ नाम की उत्पत्ति और उनकी आत्मीयता से जुड़ी कहानियाँ।
✨ क्यों पढ़ें यह पुस्तक?
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यह पुस्तक आध्यात्मिक साधकों, संतों में रुचि रखने वाले पाठकों, और सनातन परंपरा की गहराई से खोज करने वालों के लिए अत्यंत मूल्यवान है।
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इसमें कृष्णभक्ति, त्याग, ध्यान, सेवा और आत्मानुभूति जैसे तत्व इतने गहराई से समाहित हैं कि यह पुस्तक एक जीवंत साधना-पथ बन जाती है।
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यदि आपने कभी “प्रेम की तीव्र पुकार”, “दिव्य दर्शन”, या “अनुभूत धर्म” का अनुभव किया है, तो यह ग्रंथ आपके अंतर्मन को झकझोर देगा।
📦 क्या आप जानते हैं?
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“श्रीचक्रचरितम्” गीता प्रेस की ‘कल्याण’ पत्रिका में वर्षों तक छपती रही "चक्र" नामक कहानियों का ही समर्पण-संकलन है।
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इस ग्रंथ में 100+ दुर्लभ प्रसंग हैं, जो किसी अन्य पुस्तक में नहीं मिलते।
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